भिलाई।बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में प्रदर्शन करने पर इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को देशद्रोह और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में बांग्लादेश सरकार के आदेश पर ढाका एयरपोर्ट से गिरफ्तार करने के उपरांत अदालत ने जमानत देने से इनकार करते हुए जेल भेजने के आदेश को छत्तीसगढ़ बंगाली मित्र समाज के प्रदेशाध्यक्ष सुमन शील ने बांग्लादेश सरकार की खास तौर पर हिंदुओं के खिलाफ हमला बताया है और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए है । चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और जमानत देने से इनकार करना बेहद चिंताजनक विषय बताते हुए सुमन शील ने भारत सरकार से बांग्लादेश सरकार से बात कर रिहाई कराने की मांग की है और यह बताने का आग्रह किया है कि बांग्लादेश में चरमपंथियों की ओर से हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हुए कई हमलों के बाद हुई है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के घरों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में आगजनी और लूटपाट के साथ-साथ चोरी और तोड़फोड़ और देवताओं और मंदिरों को अपवित्र करने के कई मामले दर्ज हैं। दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन घटनाओं के अपराधी अभी भी छुपे हुए है। लेकिन शांतिपूर्ण सभाओं के जरिए जायज़ मांगें पेश करने वाले धार्मिक नेता के खिलाफ़ आरोप लगाए जा रहे हैं ।